
रायपुर।
आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया मंगलवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर रायपुर पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की विचारधारा को और मजबूत करने के उद्देश्य से आए हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा के प्रशिक्षण शिविर को “कॉर्पोरेट के तलवे चाटने की ट्रेनिंग” बताया।
विक्रांत भूरिया का भाजपा पर तीखा हमला
विक्रांत भूरिया ने कहा कि देश में आदिवासियों का सबसे अधिक शोषण छत्तीसगढ़ में हो रहा है। उन्होंने कहा, “अगर आदिवासियों का विनाश देखना है तो छत्तीसगढ़ आ जाइए। यहां आदिवासियों को मारा जा रहा है, नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। हमें आदिवासियों की मूर्तियां नहीं, उनका सम्मान चाहिए।”
भाजपा के प्रशिक्षण शिविर पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह कॉर्पोरेट संस्कृति की चापलूसी सिखाने वाला कार्यक्रम है।
“आरएसएस और भाजपा का देश निर्माण में कोई योगदान नहीं”
भूरिया ने कहा कि देश को बनाने में न तो भाजपा और न ही आरएसएस का कोई योगदान है, इसलिए वे देश की असली लड़ाई को नहीं समझ सकते।
शराब घोटाले के मामले में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दबाव बनाकर कांग्रेस नेताओं को झुकाने की कोशिश कर रही है। “या तो भाजपा ज्वाइन करो, या झूठा बयान दो, वरना एक के बाद एक केस दर्ज कर दिए जाते हैं। यह सब राजनीतिक प्रताड़ना का हिस्सा है।”
कांग्रेस की संपत्तियों के मूल्यांकन पर प्रतिक्रिया
भूरिया ने कहा कि कांग्रेस की संपत्तियों का आंकलन सिर्फ एक साजिश है। “इनकी मंशा कांग्रेस की संपत्ति जब्त कर उसे खत्म करने की है, लेकिन कांग्रेस की असली ताकत उसकी विचारधारा है।”
उन्होंने छत्तीसगढ़ के आदिवासी मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा और कहा, “जैसे ही आदिवासी मुख्यमंत्री बने, जंगलों की कटाई शुरू हो गई। भाजपा सिर्फ ‘रबर स्टैंप’ आदिवासी चाहती है, जो उनके अनुसार चले।”
कांकेर में कांग्रेस का तीन दिवसीय आदिवासी प्रशिक्षण शिविर
विक्रांत भूरिया ने बताया कि कांकेर में कांग्रेस का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें आदिवासी युवाओं को तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा, “भाजपा के पास पैसा और सत्ता की ताकत है, लेकिन कांग्रेस के पास सिर्फ विचारधारा है। इसी को लेकर हम युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।”
भाजपा का पलटवार: “परिवार की चाटुकारिता करने वाले हैं कांग्रेसी” — अरुण साव
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने विक्रांत भूरिया के बयान पर कड़ा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार में आदिवासी समाज के लिए जितना काम हुआ, उतना कांग्रेस शासन में कभी नहीं हुआ। कांग्रेस ने सिर्फ आदिवासियों पर अत्याचार किए हैं।”
भूरिया के बयान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “ये लोग एक परिवार की चाटुकारिता करते हैं। भाजपा के प्रशिक्षण का अर्थ ही नहीं समझते। भाजपा तो जनसंघ के समय से प्रशिक्षण देती आ रही है।”
सांसद महेश कश्यप का जवाब: “कांग्रेस ने आदिवासियों को काला पानी की सजा दी”
बस्तर सांसद महेश कश्यप ने भी भूरिया के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने आदिवासियों को काला पानी की सजा दी। भाजपा सरकार में आज बस्तर की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “कांग्रेस ने माओवाद और नक्सलवाद को बढ़ावा दिया और हमेशा अलगाववादी ताकतों का समर्थन किया है। अब वही लोग आदिवासी समाज पर ज्ञान देने की कोशिश कर रहे हैं।”
कश्यप ने कहा, “कांग्रेस परिवारवाद की पार्टी है और देश को कलंकित करने वालों को आज देश की जनता ने नकार दिया है। भाजपा में चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है और किसान का बेटा सांसद। भाजपा ‘हाईकमान संस्कृति’ नहीं बल्कि जमीनी नेतृत्व में विश्वास करती है।”
निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ की राजनीति में आदिवासी मुद्दों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच तेज जुबानी जंग छिड़ गई है। जहां कांग्रेस आदिवासी अधिकारों और सम्मान को लेकर सरकार पर हमलावर है, वहीं भाजपा विकास और सशक्तिकरण को अपनी उपलब्धि बता रही है।

 
         
                      